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Tuesday, August 17, 2021

कैसे बनें "Warren Buffett" इतने धनी [Zero से Hero - journey] in Hindi

 Warren Buffett (case study)

 जीवन यात्रा


हेलो दोस्तों कैसे हो आप सब लोग आशा करता हूं, सब ठीक होंगे। आज हम हमारे इस आर्टिकल में वारेन बुफेट की पूरी जीवन शैली को विस्तृत में समझाने वाले हैं, की कैसे उन्होंने अपने जीवन की यात्रा को जीरो से जेनीथ तक पहुंचाया और साथ ही हम कुछ ऐसे उनके जीवन के महत्वपूर्ण कार्य बताएंगे उनसे आपको सक्सेसफुल होने की राह में चलने के लिए सहायता मिलेगी



तो हां दोस्तों हो जाइए तैयार वारेन बुफेट की जीवन शैली जानने के लिए। कैसे उन्होंने अपने जीवन को कुछ ऐसे धाग में डालकर जीरो से जीनीयस तक की यात्रा पूर्ण की और और अपने आप को वर्ल्ड के सबसे अमीर लोगों की श्रेणी में पहुंचाया उनकी यह यात्रा बहुत ही रोचक और प्रभावशाली रही।



 रूपरेखा:- 1) वारेन बुफेट का बचपन।

                2) वारेन बुफेट का पहला mail.

                3) वारेन बुफेट का फर्स्ट इन्वेस्टमेंट।

                4)  वारेन बुफेट का बिजनेस प्लान।

                5) वारेन बुफेट की सरल साधारण जीवन शैली।

                6) वारेन बुफेट का बिजनेस स्कूल।

 

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1) वारेन बुफेट का बचपन:-  

बचपन से ही वरुण बकेट के खून में बिजनेस का कीड़ा घुस चुका था। वह जो भी सोचते बिजनेस की ही सोचते थे। जिस उम्र में छोटे बच्चे कंचे खेला करते हैं, और रोते हैं। उस उम्र में वर्णन बुफेट ने बिजनेस आइडिया खोजना शुरू कर दिए। एक दिन वह घर से बाहर निकल कर रिसर्च करने लगे तो उन्होंने देखा कि एक कोल्ड ड्रिंक्स की दुकान के बाहर कोल्ड ड्रिंक्स के ढक्कन गिरे पड़े थे उन्होंने रिसर्च किया कि कौऊन सी कोल्ड ड्रिंक्स के ढक्कन सबसे ज्यादा है। तो पता चला उनकी सबसे ज्यादा कोका कोला के ढक्कन है ।तो उन्होंने दिमाग लगाया और यहीं से अपना एक छोटा सा बिजनेस शुरू कर दिया। शॉप से 25 सेंट में कोको कोला लेते और 30 सेंट में बाहर जाते हैं जिससे 5 सेंट उनके जेब में बस जाते इस तरह जब बच्चे बचपन में खेलते हैं जिद करते हैं खिलौने के लिए उस उम्र में जॉन बकेट ने एक छोटा बिजनेस शुरू कर दिया।



2) वारेन बुफेट का पहला और आखरी Mail.:-

वारेन बुफेट का एक दोस्त है जो माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में वह करता है ,जो सेन्ट्रल यूएसए के एक शहर निब्रास का में रहता है उसने एक बार वारेन बुफेट को एक मेल किया। की तुम इतने अच्छे बिजनेस आईडियाज रखने वाले शख्स हो तो माइक्रोसॉफ्ट क्यों नहीं ज्वाइन कर लेते ।तब वारेन बुफेट ने उस मेल का रिप्लाई दिया यह उनका पहला और आखरी मेंव था। इसके बाद उन्होंने किसी को मेल नहीं किया क्योंकि उन्होंने इस मेल में माइक्रोसॉफ्ट की तुलना निब्रास की फुटबॉल टीम के साथ कर दी थी। जो कि उस समय की सबसे बेकार टीम की और इसके अलावा वारेन बुफेट ने और कहीं कारण बताएं जिनकी वजह से वह माइक्रोसॉफ्ट में इन्वेस्ट नहीं करते हैं माइक्रोसॉफ्ट का स्टॉक नहींं खरीदते हैं। 1 दिन ऐसा हुआ कि वहां की सरकार ने वारेन बुफेट द्वारा किए गए इस मेल को ट्रैक कर लिया फिर होना क्या था वहां की सरकार ने वह मेल वहां के अखबार में छपवा दिया जब वारेन बुफेट को यहां पता चला तो उन्हें बहुत धक्का लगा उन्हें इस बात की चिंता नहीं थी कि उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट की निंदा की है पर उनको यह डर सताने लगा कि मैंने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की निंदा की सरकार भी मेरे विरोध में है कहीं मुझे घर छोड़ना ना पड़ जाए कोई हमें उनकी जिंदगी का आखरी मिलता और पहला भी था इसके बाद उन्होंने कभी भी किसी को मेल नहीं किया।


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3) वारेन बुफेट का फर्स्ट इन्वेस्टमेंट:-

एक बार वारेन बुफेट ने एक कंपनी का स्टॉक खरीदा जब उनकी उम्र 11 साल की थी। उन्होंने 11 साल की उम्र में वह स्टॉक $38 में खरीदा इसमें उनकी हेल्प उनके पिता ने की थी लेकिन कुछ दिनों बाद स्टॉक के रेट्स नीचे गिरने लगे। इससे उनको बहुत धक्का लगा और वह निराश हो गए उन्होंने कुछ समय वेट किया तो फिर स्टॉक का रेट बढ़ कर $40 हो गया तब उन्होंने अपना वॉइस टॉप भेज दिया लेकिन कुछ समय बाद ही उन्हें पता चला कि स्टॉक का रेट $40 से बढ़कर अब $200 हो गए हैं तब उन्हें बड़ा झटका लगा की जिस स्टॉक से बहुत से पैसे कमाए जा सकते थे उससे उन्होंने कि सिर्फ $2 ही कमाए। फिर उनकी लाइफ का एक रोल बन गया कि जल्दबाजी किसी बात की ठीक नहीं होती खासकर बिजनेस में। क्योंकि एकदम से अच्छे वाले नहीं बन सकते हो उसमें स्टेप बाय स्टेप चलना पड़ता है।

For Example:-यदि एक पुरुष और एक महिला मिलकर एक बच्चे को 9 महीने में जन्म दे सकते हैं तो यदि हमें बच्चा जल्दी चाहिए हो तो 9 पुरुष और 9 महिलाएं मिलकर बच्चे को 1 महीने में पैदा नहीं कर सकते बस यही फंडा है बिजनेस का भी। बिजनेस में भी स्टेप बाय स्टेप करना पड़ता है डायरेक्ट करोड़पति कोई नहीं बन सकता।


4) वारेन बुफेट का बिजनेस प्लान:-

वारेन बुफेट एक ऐसे शख्स हैं जो कभी भी किसी भी मीटिंग में नहीं बैठते। वह अपने एक पुराने मकान जो पहली बार लिया था ,उसी में रहते हैं। और उनकी 63 कंपनियां है सभी कंपनियों के सीईओ को हर साल एक मेल करते हैं जिसमें वह उनको सारे प्लांस समझा देते हैं इस साल क्या-क्या करना है और टारगेट भी क्या क्या है वारेन बफेट एक ऐसे शख्स हैं जिनका मेल पूरी यूनिवर्सिटी बैठकर पड़ती है।




5) वारेन बुफेट की सरल साधारण जीवन शैली:-
वारेन बुफेट एक सिंपल जिंदगी जीते हैं वह एक दयावान व्यक्ति हैं। वे अभी तक आपने पहले घर मैं ही रहते हैं जो उन्होंने पहली बार लिया था। हम को देखकर अभी भी ऐसा लगता है क्या कि जैसे वे अब भी जवान है। वे अभी भी एक सरल वयस्क व्यक्ति की तरह चलते हैं।

6) वारेन बुफेट कौन से स्कूल में पढ़े:-
एक बा वारेन बुफेट हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में पढ़ने गए वहां उन्हें रिजेक्ट कर दिया। और आज वही स्कूल अपने स्टूडेंट को वारेन बुफेट की केस स्टडी सिखा रहा है कि किस तरह से वारेन बुफेट अपने आप को इतनी बुलंदियों तक पहुंचाया।


एक बार किसी ने वारेन बुफेट के साथ लंच करने के लिए बोली लगाई और बोली भी बहुत ज्यादा थी। वारेन बुफेट के साथ एक बार लंच करने के लिए किसी ने 35 करोड़ डॉलर की बोली लगाई। वारेन बुफेट भी राजी हो गए और उन्होंने वह सारे पैसे दान कर दिए।


तो दोस्तों बताइए कैसी लगी हमारे द्वारा लिखी गई वारेन बुफेट की यज्ह केस स्टडी। आशा करता हूं कि आप को ठीक लगे होंगे। तो दोस्तों यदि आप चाहते हैं कि वारेन बुफेट की जीवन के बारे में और लोग भी जाने दो इस ब्लॉग को और अधिक शेयर कीजिए बाकी सभी वारेन बुफेट के जीवन के बारे में जान सके।

धन्यवाद

Sunday, August 15, 2021

एक अच्छी speech कैसे लिखें या बोले।How to deliver a good speech in Hindi?

 एक अच्छी speech कैसे लिखें या बोले। (How to write and deliver a good speech in Hindi?) :-




हेलो दोस्तों, कैसे हो आप सब लोग। आशा करता हूं, सब ठीक होंगे। अब हम आते हैं अपनी आर्टिकल पर। हम इस आर्टिकल में यह बताने वाले हैं,‌ कि हम एक अच्छा आर्टिकल(speech) कैसे लिखते हैं जिसे भाषण के रूप में बोला जा सके। 

रुपरेखा:-

1) एक अच्छी स्पीच कैसे दें।
2) लोगों को किस तरह सुनने के लिए आकर्षित करें।
3) एक अच्छी स्पीच में क्या क्या होना चाहिए।
4) श्रोताओं को रोके रखने के लिए क्या करें।
5) अपनी स्पीच को सबसे बेस्ट कैसे बनाएं।

एक अच्छी स्पीच लोगों को आकर्षित करती हैं सुनने के लिए। यदि वक्ता की स्पीच अच्छी हो तो श्रोताओं की संख्या अधिक बढ़ जाती है। यदि वक्ता की स्पीच प्रभावशाली हो तो श्वेता भी सुनने के लिए रुके रहते हैं। ग्राउंड की भीड़ केवल और केवल वक्ता पर निर्भर करती है



How to write and deliver a good speech in Hindi?


यहां हम बात कर रहे हैं जी एक अच्छी स्पीच कैसे तैयार करें, तो हम आप सब को बताना चाहते हैं अच्छी स्पीच ग्राउंड में एक अच्छी स्पीच तब होती हैं जो लोगों को आकर्षित कर सके जिसे सुनने के लिए लोग इंतजार करें।

एक अच्छी स्पीच वही हो सकती हैं जिसमें श्रोता अपने आप को वहां रुके रखे जहां आप बोल रहे हैं क्या भाषण दे रहे हैं यदि तोता अपने आप को हक वहां पर टिका कर रख सकता है तो आप समझ लीजिए कि आपकी स्पीच में दम है और यदि श्रोता को बोरियत महसूस होने लगे तो समझ लीजिए कि आपको अपनी स्पीच को सुधारने की जरूरत है।

हिंदी में स्पीच देने के लिए बहुत से टॉपिक हैं। चाहे जिस विषय पर स्पीच दे सकते हैं।


स्पीच को प्रभावशाली बनाने के लिए करता करें

अपनी स्पीच को और अधिक बेहतरीन बनाने के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं;-

1) यदि आप अपनी स्पीच को बेहतर बनाना चाहते हैं तो बीच-बीच में कहीं इंग्लिश शब्दों का भी प्रयोग करना चाहिए जिससे भाषा में एक अलग ही प्रवाह आता है यदि हम बीच-बीच में कहीं कहीं इंग्लिश शब्दों का प्रयोग भी करते हैं तो भाषा रोचक लगती हैं जिससे भाषण को सुनने का आनंद बढ़ जाता है और लोग यानी कि श्रोता अधिक समय तक टिके रहकर भाषण को सुनने का आनंद लेते हैं।

2) स्पीच को बेहतर बनाने के लिए यह भी जरूरी है कि भाषा में सरल और सहज प्रवाह हो और कहीं कहीं अलंकार छंद जैसे हिंदी ग्रामर का भी उपयोग हो जिससे
भाषा में एक अलग ही प्रवाह और सहजमय प्रभाव उत्पन्न हो ताकि लोग भाषण का आनंद लेते हुए सुनते रहे।

3) एक अच्छी स्पीच के लिए यह भी जरूरी है कि वक्ता की बोली में धन कार हो क्योंकि जब तक वक्ता अच्छे से नहीं बोलेगा तब तक भाषण का आनंद नहीं आएगा चाहे भाषण जितना भी अच्छा लिख दिया जाए परंतु उसको अच्छा बनाना वक्ता पर भी निर्भर करता है तो वक्ता को भी अपनी सहज सरल और भाषण में जो गुण निहित है उसी के फल स्वरूप भाषण की शुरुआत और अंत भी उसी तरह से होना चाहिए।


कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनको सुनने के लिए श्रोता गण दूर-दूर से आते हैं और सुनने के लिए मरते हैं। एक अच्छी सी स्पीच हो तो सुनने का आनंद ही कुछ और होता है। 

For Example:- उदाहरण के लिए हमारे स्वामी विवेकानंद जी को ले लेते हैं जब शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन हो रहा था तब वहां हमारे स्वामी जी को स्पेशली मंच पर बुलाया गया और अपनी स्पीच देने को कहा और वहां उन्होंने ऐसी स्पीच दी अपनी ऐसी स्पीच दी की लोग सुनते रह गए। उन्होंने सबका सम्मान करते हुए और किसी की भी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाते हुए अपनी स्पीच दी। वहां उनको बहुत दूर-दूर से सुनने के लिए लोग आए। क्योंकि उनका व्यक्तित्व ही कुछ ऐसा ही था की उनको सुनने के लिए लोग तरसते थे।

हमारे स्वामी जी स्वामी विवेकानंद जी को शत शत नमन।


उदाहरण के लिए ;- अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को ले लेते हैं क्योंकि वह भी एक बहुत अच्छे वक्ता हैं जो एक बार बोलना शुरू कर दे तो लोगों की भीड़ जमा हो जाती है उनका व्यक्तित्व भी कुछ महान ही हैं क्योंकि वह कभी भी लिखा हुआ भाषण नहीं पड़ते हैं जैसा कि अपने दूसरे प्रधानमंत्री करते थे वह हमेशा अपने विचारों को ही व्यक्त करते हुए अपना भाषण देते हैं और लोगों के मन को मोह लेते हैं।


इस तरह कुछ महान वक्ता कलाकार हुए हैं जो हर किसी का मन मोह लेते हैं। उनकी स्पीच इतनी निराली होती हैं की लोगों का मन भरे नहीं भरता। जितना सुनो सुनते रहते हैं।

यदि आपको भी एक अच्छी स्पीच तैयार करनी है या बोलनी है तो हमने जो बात बताई हैं आप उस पर अवश्य अमल करें और एक अच्छे वक्ता के रूप में समाज को संबोधित करें और लोगों का दिल जीते। 
आशा है आपने हमारे इस ब्लॉग से कुछ ना कुछ जरूर सीखा होगा। 

   सधन्यवाद