एक अच्छी speech कैसे लिखें या बोले। (How to write and deliver a good speech in Hindi?) :-
रुपरेखा:-
1) एक अच्छी स्पीच कैसे दें।
2) लोगों को किस तरह सुनने के लिए आकर्षित करें।
3) एक अच्छी स्पीच में क्या क्या होना चाहिए।
4) श्रोताओं को रोके रखने के लिए क्या करें।
5) अपनी स्पीच को सबसे बेस्ट कैसे बनाएं।
एक अच्छी स्पीच लोगों को आकर्षित करती हैं सुनने के लिए। यदि वक्ता की स्पीच अच्छी हो तो श्रोताओं की संख्या अधिक बढ़ जाती है। यदि वक्ता की स्पीच प्रभावशाली हो तो श्वेता भी सुनने के लिए रुके रहते हैं। ग्राउंड की भीड़ केवल और केवल वक्ता पर निर्भर करती है
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How to write and deliver a good speech in Hindi?
यहां हम बात कर रहे हैं जी एक अच्छी स्पीच कैसे तैयार करें, तो हम आप सब को बताना चाहते हैं अच्छी स्पीच ग्राउंड में एक अच्छी स्पीच तब होती हैं जो लोगों को आकर्षित कर सके जिसे सुनने के लिए लोग इंतजार करें।
एक अच्छी स्पीच वही हो सकती हैं जिसमें श्रोता अपने आप को वहां रुके रखे जहां आप बोल रहे हैं क्या भाषण दे रहे हैं यदि तोता अपने आप को हक वहां पर टिका कर रख सकता है तो आप समझ लीजिए कि आपकी स्पीच में दम है और यदि श्रोता को बोरियत महसूस होने लगे तो समझ लीजिए कि आपको अपनी स्पीच को सुधारने की जरूरत है।
हिंदी में स्पीच देने के लिए बहुत से टॉपिक हैं। चाहे जिस विषय पर स्पीच दे सकते हैं।
स्पीच को प्रभावशाली बनाने के लिए करता करें
अपनी स्पीच को और अधिक बेहतरीन बनाने के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं;-
1) यदि आप अपनी स्पीच को बेहतर बनाना चाहते हैं तो बीच-बीच में कहीं इंग्लिश शब्दों का भी प्रयोग करना चाहिए जिससे भाषा में एक अलग ही प्रवाह आता है यदि हम बीच-बीच में कहीं कहीं इंग्लिश शब्दों का प्रयोग भी करते हैं तो भाषा रोचक लगती हैं जिससे भाषण को सुनने का आनंद बढ़ जाता है और लोग यानी कि श्रोता अधिक समय तक टिके रहकर भाषण को सुनने का आनंद लेते हैं।
2) स्पीच को बेहतर बनाने के लिए यह भी जरूरी है कि भाषा में सरल और सहज प्रवाह हो और कहीं कहीं अलंकार छंद जैसे हिंदी ग्रामर का भी उपयोग हो जिससे
भाषा में एक अलग ही प्रवाह और सहजमय प्रभाव उत्पन्न हो ताकि लोग भाषण का आनंद लेते हुए सुनते रहे।
3) एक अच्छी स्पीच के लिए यह भी जरूरी है कि वक्ता की बोली में धन कार हो क्योंकि जब तक वक्ता अच्छे से नहीं बोलेगा तब तक भाषण का आनंद नहीं आएगा चाहे भाषण जितना भी अच्छा लिख दिया जाए परंतु उसको अच्छा बनाना वक्ता पर भी निर्भर करता है तो वक्ता को भी अपनी सहज सरल और भाषण में जो गुण निहित है उसी के फल स्वरूप भाषण की शुरुआत और अंत भी उसी तरह से होना चाहिए।
कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनको सुनने के लिए श्रोता गण दूर-दूर से आते हैं और सुनने के लिए मरते हैं। एक अच्छी सी स्पीच हो तो सुनने का आनंद ही कुछ और होता है।
For Example:- उदाहरण के लिए हमारे स्वामी विवेकानंद जी को ले लेते हैं जब शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन हो रहा था तब वहां हमारे स्वामी जी को स्पेशली मंच पर बुलाया गया और अपनी स्पीच देने को कहा और वहां उन्होंने ऐसी स्पीच दी अपनी ऐसी स्पीच दी की लोग सुनते रह गए। उन्होंने सबका सम्मान करते हुए और किसी की भी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाते हुए अपनी स्पीच दी। वहां उनको बहुत दूर-दूर से सुनने के लिए लोग आए। क्योंकि उनका व्यक्तित्व ही कुछ ऐसा ही था की उनको सुनने के लिए लोग तरसते थे।
हमारे स्वामी जी स्वामी विवेकानंद जी को शत शत नमन।
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उदाहरण के लिए ;- अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को ले लेते हैं क्योंकि वह भी एक बहुत अच्छे वक्ता हैं जो एक बार बोलना शुरू कर दे तो लोगों की भीड़ जमा हो जाती है उनका व्यक्तित्व भी कुछ महान ही हैं क्योंकि वह कभी भी लिखा हुआ भाषण नहीं पड़ते हैं जैसा कि अपने दूसरे प्रधानमंत्री करते थे वह हमेशा अपने विचारों को ही व्यक्त करते हुए अपना भाषण देते हैं और लोगों के मन को मोह लेते हैं।
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इस तरह कुछ महान वक्ता कलाकार हुए हैं जो हर किसी का मन मोह लेते हैं। उनकी स्पीच इतनी निराली होती हैं की लोगों का मन भरे नहीं भरता। जितना सुनो सुनते रहते हैं।
यदि आपको भी एक अच्छी स्पीच तैयार करनी है या बोलनी है तो हमने जो बात बताई हैं आप उस पर अवश्य अमल करें और एक अच्छे वक्ता के रूप में समाज को संबोधित करें और लोगों का दिल जीते।
आशा है आपने हमारे इस ब्लॉग से कुछ ना कुछ जरूर सीखा होगा।





Nice article write by you
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